लव है पैमाना ,नज़रे है मैख़ाना तेरी चाहत दुनियां कि तकदीर दीदार बिन पिए वहक जाना।। लव है पैमाना ,नज़रे है मैख़ाना तेरी चाहत दुनियां कि तकदीर दीदार बिन पिए वहक जाना।।
तपेदिक की इन्क़लाबी खाँसी, और मुँह से निकलता ख़ून है । तपेदिक की इन्क़लाबी खाँसी, और मुँह से निकलता ख़ून है ।
ख्वाहिशों को दिल में, दफन कर दिया है खुद को उसने एक, शमशां बना रखा है ख्वाहिशों को दिल में, दफन कर दिया है खुद को उसने एक, शमशां बना रखा है
अभी बहुत आगे बढ़ना यह अंतिम राह नहीं ! अभी बहुत आगे बढ़ना यह अंतिम राह नहीं !
जो दबा देती है अपनी ही नींव में थोड़ा और पहले से ही दबा हुआ प्यार। जो दबा देती है अपनी ही नींव में थोड़ा और पहले से ही दबा हुआ प्यार।
हो अगर मन में ज़िद, तो तकदीर भी सर झुका लेती है। हो अगर मन में ज़िद, तो तकदीर भी सर झुका लेती है।